Tuesday, 4 December 2012

Chalo Accha Hua ...




एक उम्मीद थी तो इंतजार था ..
इंतजार था क्योंकी उम्मीद थी ..

कल उम्मीद के साथ साथ इंतजार भी मिट गया ...........
चलो अच्छा हुंआ आपने दोनो को मिटा दिया !
पर ये माना जो गया वोह ना लौटा ..
न चैन पाया , ना सुकून पाया ..
उठे सवालोन्के साथ साथ जवाब भी मिट गया ...........
चलो अच्छा हुंआ आपने दोनो को मिटा दिया !
पाने कि आस थी , प्यार कि प्यास थी ..
आपका वजूद जिने कि वजाह थी ..
वजूद के साथ साथ मेरा दिल भी बूज गया ..
चलो अच्छा हुंआ आपने दोनो को मिटा दिया !
०४.१२.१२

No comments:

Post a Comment